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current 2 August


  1. हाल  ही में केंद्र सरकार  SC /ST Act. 1989 के मूल प्रावधान  बाहल करने   के लिए संसद  में  एक विधेयक पेस  करने  का निर्णय लिया है। 
  2. हाल ही में रिजर्व बैंक ने ब्याज की दरो में बढ़ोत्तरी की RBI ने मुद्रा स्फीति की दरो को बढ़ाते हुए रेपो दर में 0.25 की वृद्धि की। 
  3. हाल ही में भारतीय दूर संचार नियामक प्राधिकरण ने देश  में पहली बार 5 G सेवाओं की पेशकस के लिए 492 करोड़ रुपय प्रति मेगा हर्ट्ज के एक अखिल भारतीय आरक्षित मूल्य पर स्पेक्ट्रम  नीलामी  की सिफारिस की। 
  4. हाल ही में भारतीय  मूल के गणितज्ञ अक्षय बैंकटेश को गणित  नोबेल (फील्ड पुरस्कार ) से सम्मानित किया  गया। यह पुरस्कार हर 4 वर्ष में 40 से कम आयु के वैज्ञानिको को अंतर्राष्ट्रीय गणितीय संघ द्वारा दिया जाता है।  इस पुरस्कार की शुरुआत 1932 में कनाडा के गणितज्ञ जॉन चाल्स फील्ड के अनुरोध पर की गई।  इस पुरस्कार में प्रत्येक विजयता को 15 हजार कनाडाई डॉलर मिलते है। 
  5. हाल ही में केरल में हिन्दू  द्वारा अपने पूर्वजो के सम्मान के लिए एक अनुष्ठान का आयोजन किया गया है। जिसे बाबूलाल के नाम से जाना जाता है। हर वर्ष यह जुलाई से अगस्त के बीच अमावस्य को आयोजित होता है। 
  6.   हाल ही  में विश्व व्यापार सगंठन द्वारा 2003 में वस्तुओ के भौगोलिक संकेत 1999 में अधिनियमित किया गया। इस तरह के टैग से उस उत्पादक की गुणवत्ता और विशिष्टता का आसवासन देता है। 
  7. हाल ही में सूक्ष्म लघु एंव मध्यम मंत्रालय द्वारा सौर चरखा मिशन की शुरुआत शुरुआत की गई। 
  8. हाल ही में भारत सरकार ने पॉवरलूम क्षेत्र में विकाश के लिए पॉवर टेक्स इंडिया योजना लागू की। 
  9. उत्तर-पूर्वी राज्यों और म्यामार के बीच कनेक्टिविटी को प्रोत्साहन देने के लिए मणिपुर और म्यामार  के मध्य बीजा मानदंड में छूट देने  का फैसला केंद्र सरकार ने दिया। 
  10. हाल ही में सायवर खतरों में तेजी  से हो रही बढ़ोत्तरी को रोकने के लिए नवीनतम तकनीक और मशीन लर्निंग में निवेश करने को प्रेरित किया। 

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NON-CHORDATA

जन्तु जगत ---  जंतुजगत के अंतर्गत बहुकोशिकीय, यूकेरियोटिक  कोशिका वाले जीव आते है।  इनमे क्लोरोफिल नहीं पाया जाता है यह विषमपोषी होते है।  इनमें  कोशिका भित्ति का अभाव होता है यह भोजन को निगल कर खाते हैइनमे भोजन ग्लाइकोजन के रूप में संचित रहता है।  जंतु  जल , थल , वायु तीनो जगह पाए जाते है।  जन्तुओ को कशेरुक दंड की उपस्थिति एवं अनुपस्थिति के आधार पर दो उपजागतो में बांटा गया है।  (1) कशेरुकी (कोर्डेटा )  (2) अकशेरुकी ( नॉन - कोर्डेटा ) अकशेरुकी ( नॉन - कोर्डेटा ) --- इस संघ में ऐसे जन्तुओ को रखा गया है जिनके जीवन काल में कशेरुक दंड नहीं पाया जाता है इसके अंतर्गत आने वाले जीवो को 10 संघो में बांटा गया है। (1)  पोरीफेरा -- इस संघ के अंतर्गत असंख्य छिद्र वाले जंतु आते है।  जिन्हे स्पंज कहते है।  यह जल में पाए जाते है। उदा. -- स्पोंजिला , साइकेन , युस्पंजिला  , युलेक्टेला , ओस्केरेला  आदि। (2)  प्रोटोजोआ --  इसका हम प्रॉटिस्टा जगत में अध्ययन कर चुके है।  उदा. -- अमीबा , युग्लीना  ...

PADAP JAGAT NOTES BY SHAILENDRA SIR

पादप जगत --- पादप जगत के अंर्तगत स्वंयपोषी जीव आते है।  ये भूमि एवं जल में पाए जाते है।  यह मुख्यतः 5 प्रकार के होते है- (1.) ब्रायोफाइटा   (2.) टेरीडोफाइट  (3.) शैवाल  (4.) आवृतबीजी पौधे   (5.) अनावृतबीजी पौधे ब्रायोफाइटा --- यह नम एवं छायादार स्थानों पर उगते है यह चट्टानों , दीवारों आदि स्थानों पर पाए जाते है। इन्हे  पादप जगत का उभयचर कहा जाता है इनमे संवहनीय ऊतक नहीं पाए जाते है। उदाहरण - रिक्सिया , मारकेंसिया , एंथोसेरोस , स्फेगनम टेरीडोफाइट -- यह भी नम एवं छायादार भूमि पर उगते है इनमे संवहनीय ऊतक पाए जाते है। उदहारण - मार्शिलिया , लाइकोपोडियम , रायनिया , सिलेजिनेला शैवाल ---  ;शैवालों के अध्ययन को फाइकोलॉजी कहा जाता है।  शैवाल विज्ञानं के पिता F. E. फ्रिश्च को कहा जाता है आधुनिक फाइकोलॉजी के पिता M.D.P. अायंगर को कहा जाता है।  शैवाल जलीय पादप है।  यह स्वस्छ एवं समुंद्री दोनों प्रकार के जल में  पाए जाते है।  यह सुकायत (थेलेकोईड ) होते है।  इनमे भोजन स्टार्च के रूप में एकत्रित रहता है।  शैवालों की...

BIOLOGY NOTES BY SHAILENDRA SIR..