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BIOLOGY PROTISTA JAGAT BY SHAILENDRA SIR

प्रोटिस्टा जगत ---- प्रोटिस्टा  शब्द का सर्वप्रथम प्रयोग E. H. हेकिल ने किया था।  प्रोटिस्टा  जगत के अंर्तगत आने वाले जीव  जल ,गीली मिटटी , साड़ी -गली कार्बनिक वस्तुओ में पाए जाते है।
जैसे --- अमीबा , पैरामीशियम , युग्लीना
  • अमीबा में व्दिखंडन विधि द्वारा प्रजनन होता है। 
  • प्रॉटिस्टा जगत के सभी जीव  एक कोशिकीय , यूकैरियोटिक  कोशिका वाले होते है। 
  • प्रॉटिस्टा जगत को वर्गीकरण का कूड़ादान कहा जाता है। 
  • डायटम को स्वर्ण शैवाल कहा जाता है। 
  • मनुष्य की RBC में प्लाज्मोडियम नामक परजीवी पाया जाता है। 
परजीवी द्वारा होने वाले मानव रोग ----

      रोग                                                              परजीवी 
    
    मलेरिया                     -                             प्लाज्मोडियम
   पायरिया                     -                            ऐन्ट अमीबा जिंजिबेलिस
   निद्रा रोग                     -                            ट्रिपनोसोमा
   पेचिस                          -                            एन्ट अमीबा हिस्टोलिटिका
  कालाजार                      -                             लेसमीनिया  
  • मलेरिया का बाहक  मादा मच्छर एनाफिलीज है। 
  • निद्रा रोग का बाहक सी. सी. मक्खी (Tsy -Tsy मक्खी ) है। 
  • कालाजार का बाहक  बालू मंक्खी (सेंड मंक्खी ) है। 
  • फायलेरिया एक परजीवी रोग है।  यह बुचेरिया ब्रंकाफ्टाई  द्वारा होता है।  इसे फील पांव रोग भी कहते है। इस रोग  शरीर  अंगो में सूजन आ जाती है 
  • अतिसार (डायरिया ) एक परजीवी रोग है यह एक्सकैरिस परजीवी द्वारा होता है इसे फैलाने का काम घरेलू  मंक्खी करती है। यह परजीवी मनुष्य  आंत में घांव कर देता है 

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